ऑनलाइन सरकारी टेंडर कैसे खरीदें? सोचिए…आपके पास एक छोटा बिज़नेस है — मान लीजिए कोई पेपर सप्लाई का, या फिर आप एक कंस्ट्रक्शन कॉन्ट्रैक्टर हैं। आप दिन-रात मेहनत करते हैं, लेकिन कभी-कभी लगता है कि मेहनत का सही फल नहीं मिल रहा। अब सोचिए अगर आपको सरकार से डायरेक्ट काम मिल जाए — सरकारी टेंडर!
बड़ा काम, भरोसेमंद पेमेंट और सम्मान भी।
यही सोचते हुए मेरे एक दोस्त राकेश ने कुछ महीने पहले दिल्ली में एक सरकारी टेंडर भरा — और उसे ₹5 लाख का काम मिल गया! वो पहले थोड़ा डर रहा था, उसे भी यही नहीं पता था कि “ऑनलाइन सरकारी टेंडर कैसे खरीदे जाते हैं?” लेकिन एक बार समझ आया, फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
अगर 2025 में आप घर बैठे एक ऐसा तरीका अपनाएं जिससे अच्छी कमाई हो और वो भी पूरी तरह वैध तरीके से – तो कैसा लगेगा? जी हां, बात हो रही है सरकारी टेंडर्स की। अगर आप इस फील्ड में नए हैं और चाहते हैं कि कोई आपको आसान और सीधी भाषा में समझाए, तो ये आर्टिकल बिल्कुल आपके लिए ही है – जैसे कोई पुराना दोस्त आपको एक चाय की चुस्की के साथ समझा रहा हो।
Table of Contents
2025 में सरकारी टेंडर की डिमांड क्यों बढ़ी है?
Google Trends 2025 के डेटा के मुताबिक, “e-tender” और “सरकारी टेंडर ऑनलाइन” जैसे कीवर्ड में 80% तक की बढ़त देखने को मिली है।
UPI, डिजिटल इंडिया और MSME सपोर्ट स्कीम्स की वजह से अब छोटे बिज़नेस के लिए सरकारी टेंडर पाना पहले से आसान हो गया है।
ऑनलाइन सरकारी टेंडर कैसे खरीदें? (Step-by-Step गाइड)
Step 1 – अपने बिज़नेस को रजिस्टर करें (GST और MSME जरूरी!)
सरकारी टेंडर के लिए पहला स्टेप है – लीगल पहचान।
आपके पास ये डॉक्यूमेंट्स ज़रूरी हैं:
- GST नंबर
- PAN कार्ड
- Udyam (MSME) Registration
- बैंक अकाउंट और कैंसल चेक
- पिछले साल का IT रिटर्न
मेरे चचेरे भाई सुरेश, जो पुणे में जनरल स्टोर चलाते हैं, उन्होंने MSME का फ्री रजिस्ट्रेशन करके कुछ ही हफ्तों में e-tender पर अप्लाई करना शुरू कर दिया।
Step 2 – ई-टेंडर वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करें
भारत सरकार ने हर सेक्टर के लिए अलग-अलग टेंडर पोर्टल बनाए हैं, लेकिन सबसे पॉपुलर हैं:
प्रमुख टेंडर पोर्टल्स:
- Government e-Marketplace (GeM)
- Central Public Procurement Portal (CPPP)
- [State Tender Portals] जैसे – mahatenders.gov.in (महाराष्ट्र), etenders.tn.gov.in (तमिलनाडु)
स्टेप्स:
- वेबसाइट खोलें
- “New User” पर क्लिक करें
- PAN, GST, और आधार की जानकारी भरें
- मोबाइल OTP से वेरिफिकेशन करें
- डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट (DSC) अपलोड करें (Class 3 का होता है)
DSC खरीदने के लिए आप eMudhra या Capricorn जैसी वेबसाइट्स से ₹1,000–₹2,000 में ले सकते हैं।
Step 3 – सही टेंडर खोजें
अब वेबसाइट में लॉगिन करें और अपने सेक्टर से जुड़े टेंडर सर्च करें।
Filter कैसे करें?
- Location: जैसे Delhi, Mumbai
- Category: Electrical, Supply, Maintenance आदि
- Value: ₹50,000 से ₹5 लाख तक के टेंडर छोटे व्यापारियों के लिए अच्छे हैं
राकेश ने खुद अपने सेक्टर “स्टेशनरी सप्लाई” टाइप किया और 3 टेंडर निकाले जो 10KM के दायरे में थे।
Step 4 – टेंडर डॉक्युमेंट्स पढ़ें और समझें
हर टेंडर के साथ एक PDF फाइल होती है — उसे अच्छे से पढ़ें। ध्यान दें:
- Eligibility criteria
- EMD (Earnest Money Deposit) कितना है?
- Submission की आखिरी तारीख
- काम की शर्तें
बहुत सारे लोग बिना पढ़े अप्लाई कर देते हैं और बाद में reject हो जाते हैं। गलती मत दोहराना!
Step 5 – ऑनलाइन टेंडर सबमिट करें
अब बारी है अप्लाई करने की:
- सभी जरूरी डॉक्युमेंट्स स्कैन करें (PDF में)
- अपना बोली रेट (Bid Price) तय करें
- टेंडर की शर्तों के हिसाब से EMD जमा करें (कई बार ऑनलाइन पेमेंट से भी होता है)
- Submit बटन पर क्लिक करें और acknowledgment डाउनलोड कर लें
अगर आपकी कंपनी MSME के तहत रजिस्टर्ड है, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है! बहुत सारे सरकारी टेंडर में EMD यानी Earnest Money Deposit माफ कर दी जाती है। इसलिए हर बार टेंडर अप्लाई करने से पहले यह जरूर देख लें कि आपको इस छूट का फायदा मिल रहा है या नहीं।
Step 6 – रिजल्ट चेक करें और फॉलो-अप करें
- टेंडर खुलने की तारीख के बाद लॉगिन करके “Tender Status” देखें
- अगर सिलेक्शन हो गया है, तो LOA (Letter of Acceptance) मिलेगा
- उसके बाद Contract Agreement साइन होता है
सिलेक्शन हो गया? तो समझो आपकी कमाई की गाड़ी चल पड़ी!
Real FAQs – आपके मन की बात
Q1. क्या बिना GST नंबर के सरकारी टेंडर खरीदा जा सकता है?
नहीं, अधिकतर टेंडर के लिए GST नंबर जरूरी होता है।
Q2. क्या सरकारी टेंडर अप्लाई करने के लिए कोई एजेंट रखना जरूरी है?
नहीं, आप खुद भी सब कर सकते हैं। लेकिन शुरुआती गाइडेंस के लिए कोई अनुभवी व्यक्ति मदद कर सकता है।
Q3. क्या मोबाइल से टेंडर भरा जा सकता है?
देखिए, तकनीक हमारी मदद तो करती है, लेकिन कुछ सीमाएं भी होती हैं। टेंडर भरते समय Digital Signature Certificate (DSC) की ज़रूरत होती है, और कई बार मोबाइल में यह सही से काम नहीं करता। इसलिए बेहतर होगा कि आप ये प्रोसेस लैपटॉप या डेस्कटॉप से करें – अनुभव भी अच्छा रहेगा और झंझट भी नहीं होगा।
Q4. टेंडर में कितनी कमाई हो सकती है?
ये टेंडर के आकार और टर्म्स पर निर्भर करता है। छोटे टेंडर से भी ₹20,000–₹50,000 तक का मुनाफा संभव है।
Q5. क्या स्टूडेंट्स या फ्रीलांसर्स भी टेंडर भर सकते हैं?
अगर उनके पास रजिस्टर्ड फर्म या GST नंबर है, तो बिल्कुल कर सकते हैं।
निष्कर्ष – अब बारी है एक्शन की!
देखो दोस्त, अगर आप कुछ बड़ा करना चाहते हो, तो डरना छोड़ो और पहला कदम उठाओ।
सरकारी टेंडर अब किसी बड़े कारोबारी का खेल नहीं रह गया है — आप जैसे आम मिडिल क्लास युवाओं के लिए भी ये सुनहरा मौका है।
आज से ही रजिस्ट्रेशन करो, थोड़ा सीखो, थोड़ा ट्राई करो — और फिर देखो कैसे बदलती है किस्मत।कमेंट में बताओ — क्या आपने कभी टेंडर भरने के बारे में सोचा था? या आप पहले से कोई बिजनेस चलाते हो जो इससे फायदा उठा सकता है?
आपका अनुभव भी दूसरों को इंस्पायर करेगा।
आज के समय में सरकारी टेंडर प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल हो चुकी है।
और जब 6G जैसी सुपरफास्ट टेक्नोलॉजी 2030 तक भारत में आएगी, तो सोचिए ये प्रक्रिया कितनी smooth हो जाएगी।
इसके बारे में डिटेल में जानने के लिए ये article देखें – भारत में 6G लॉन्च 2030: Powerful बदलाव और Speed Advantage
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